धारा का उष्मीय प्रभाव :-
जब किसी चालक में धारा प्रवाहित की जाती है तो चालक गर्म हो जाता है | धारा का उष्मीय प्रभाव कहलाता हैं |
V = W/q
W =Vq
W =V×I×t
W =IR×I ×t
W =I²Rt
v =IR
I = V/R
W = ( V/R)²Rt
W =V²/R²×R ×t
W =V²t/ R
* यह कार्य तापीय ऊर्जा ने परिणित होता है |
W =H = उष्मीय ऊर्जा
H =I²Rt = V²t/R
H =I²Rt
1 कैलोरी = 4.2 जूल
1 जूल = 1 कैलोरी / 4.2
H =I²Rt ( 1 कैलोरी / 4.2)
H =I²Rt /4.2
या
H =I²Rt /4.2 =I²Rt/J कैलोरी
* इसे ही जूल का नियम कहा जाता हैं |
* विधुत ऊर्जा =
धारा को चालक मे प्रवाहित होने के लिए प्रतिरोध के विरुद्ध किया गया कार्य विधुत ऊर्जा कहलाती हैं |
W<H
W =JH
H =W/J =I²Rt/J
H =W
W =I²Rt (जूल)
जहाँ W =विधुत ऊर्जा
0 Comments