कुलाम नियम (coulombs law ):- 1785ई.में जॉर्ज अगस्तरा ने यह नियम दिया | इस नियम के अनुसार दो आवेशों के मध्य कार्येरत आकर्षण -प्रतिकर्षण बल दोनो आवेशों के परिमाण के गुणफल के समानुपाती व बीच की दुरी के अनुकमानुपाती होता है
F α q1q2 -----------------(1)
F α 1/r²--------------------(2)
समीकरण (1) व समीकरण (2) से
F =Kq'q2/r²
K =समानुपाती / कुलाम नियताक (COLOUMB'S CONSTANT )
K का मात्रक =NM²/C²
K की निर्भरता (dependency of k ):- माध्यम की प्रकति पर (nature of medium )
K की परिभाषा:- यदि दो इकाई परिमाण के आवेश इकाई दुरी पर उपस्थित होते है तो उनके मध्य आकर्षण -प्रतिकर्षण बल कुलाम नियतांक के तुल्य होता है|
कुलाम नियम निम्म के लिए लागु होता है:- (१). बिंदु आवेशों के लिए (for the point charge )
(२). स्थिर आवेशों के लिए (static charge)
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