विधुत आवेश =विधुत आवेश किसी वस्तु का मुलभुत गुण है जो वस्तु के अंदर ही विदयमान होता है यह वस्तु पर तब उत्पन जब इलेक्ट्रान का विनिमय होता है |
अथवा
किसी वस्तु में उत्पन वह गुण जिसके कारण वह वस्तु अन्य वस्तुओं को आकर्षित -प्रतिकर्षित करती है |
अथवा
घर्षण वैधुतिकी में जिस भौतिक राशि का स्न्नातरण होता है उसे विधुत आवेश कहते हैं |
विधुत आवेश [ELECTRIC CHARGE ]=Q /q
1. अदिस राशि
2. मात्रक =
१ m.k.s. में =एपियर सेकिण्ड
२.si में =कुलाम (columb )
३.c.g.s.में =स्टेट कुलाम
४. विधुत चुम्बकीय इकाई =एब कुलाम
५. आवेश का praticaly मात्रक=amp.hour
आवेश का सब से बड़ा मात्रक =फैराडे (farrade )
1 farrade =96500 columb
आवेश का सब से छोटा मात्रक =फ्रैंकलिन (fraklin )
या
e.s.u
QUANTIZATION OF CHARGE (आवेश का क्वॉन्टम )
q =ne
जहाँ
e =इलेक्ट्रान पर आवेश
n =एलेक्ट्रोनो की संख्या ,n =1 ,2,3,4, ..........
आवेश बंडलो या पैकेटो के रूप में होता है इस आवेस का क्वाण्टम कहा जाता है | किसी वस्तु पर आवेश इलेक्ट्रान पर उपस्थित आवेश के मान का सदैव पूर्ण गुणज होता है
यदि -
n =0 हो तो
q =0 होगा
वस्तु अनावेसित होगी |
अपवाद:
q =-3/4 e ,+1/2e ,-7/8 e , +4/5 e (इन को केवॉर्क कण कहते है )
जिन पर आवेश का मान पूण गुणज नहीं होता है उन को केवॉर्क कण कहते है |
आवेश के गुण =
1. स्थिरआवेश =विधुत field उत्पन
2. गतिमान आवेश =विधुत field ,चुंबकीय field
3. सामान आवेश के मघ्य =प्रतिकर्षण
4. दो असमान आवेशों के मध्य =आर्कषण
5. यदि किसी वस्तु पर आवेश इलेक्ट्रान पर उपस्थित आवेश के तुल्य है तो उसे 1 कवान्टा कहा जाता है |
0 Comments