* मीटर सेतु :-
यह व्हीट स्टोन सेतु सिद्धांत पर आधारित उपकरण है |
इसकी सहायता से अज्ञात प्रतिरोध S का मापन किया जाता हैं |
मीटर सेतु मे 1m (100cm ) लम्बा तार होता हैं |
यह तार " यूरेको , मैग्नीज , कांस्टैंटन , मिश्र धातूओं का बना होता हैं |
क्योकि :- इन मिश्र धातूओं का " विशिस्ट प्रतिरोध अधिक एव प्रतिरोध ताप गुणाक ( α) न्यूतम होता हैं |
* व्हीट स्टोन सेतु सिद्धांत के अनुप्रयोग :-
(1) . मीटर सेतु ( Meter Bridge )
(2). पोस्ट ऑफ बॉक्स ( Post Box Office )
(3). कैर्री फोस्टर सेतु ( Carey Foster Bridge )
* विभव मापी :-
यह एक उपकरण है |
विभवमापी की सहायता से अज्ञात सैल के विधुत वाहक बल का मापन किया जाता हैं |
विभवमापी एक आदर्श वोल्ट्मीटर हैं |
विभवमापी अज्ञात सैल से धारा नहीं लेता हैं
क्योंकि
I = V/R
R = V/I
I =0 हो तो
तो R = अनंत
* विभवमापी मे 10m लम्बा तार होता हैं |
* यह तार यूरेको , मैग्नीज , कांस्टैंटन , मिश्र धातूओं का बना होता हैं |
क्योंकि - इन समूह का विशिस्ट प्रतिरोध अधिक एव प्रतिरोध ताप गुणाक ( α) न्यूतम होता हैं |
* विभवमापी का सिद्धांत ( PRINCIPLE OF POFENTION METER) :-
विभवमापी मे तार की लम्बाई के अनुदिश होने वाला विभव पतन तार की लम्बाई के समानुपाती होता हैं |
V < L = यह विभवमापी का सिद्धांत हैं |
V < L
V = KL
K = V/L = विभव प्रवणता ( Potential gradient )
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