संधारित्र = संधारित्र एक ऐसी युक्ति है जिसमे किसी चालक के आकर मे वृदि किये बिना…
*चालक की धारिता :- चालक के आवेश सग्हण करने की क्षमता को चालक की धारिता कहते है…
चालक एव विधुतरोधी =विधुत धारा के चालन के आधार पर हम प्रकति मे पाये जाने वाले पद…
*सम विभव पृष्ठ :- ऐसा पृष्ठ जिसके प्रत्येक बिंदु पर विभव का मान समान हो सम विभव…
(1). एक गतिशील आवेश कितने प्रकार के विधुत क्षेत्र बनाता है ? (2). विधुत आवे…
*विधुत विभव :- विधुत क्षेत्र में किसी एकाक धनावेश को अनंत से किसी बिंदु तक लाने…
गाउस का नियम :- यह नियम किसी बंद पृष्ठ से निर्गत कुल फ्लक्स तथा बंद पृष्ठ में उ…
सतत आवेश वितरण :- आवेश का वितरण बंडलो या पैकटों के रूप में होता है | सतत आवेश …
सम विधुत क्षेत्र में दिधुर्वे पर कार्येरत बलआघूर्ण :- दिधुर्वे पर कुल बल …
*विधुत फ्लक्स :- किसी एक समान विधुत क्षेत्र E में स्थित किसी समतल सतह जिसका क्…
विधुत बल रेखाए :-यह काल्पनिक रेखाए है जो विधुत क्षेत्र की तीव्रता की दिशा को प्…
बल आघूर्ण :- एक समान विधुत क्षेत्र में दिधुव्रे को घूमाने वाला कारक बल आघूर्ण क…
विधुत दिधुर्व (electric dipole ) …
आपेक्षिक विधुतशीलता या परावैधुताक:- …
कूलाम नियम से सम्बंधित महत्वपुर्ण तथ्य:- …
कुलाम नियम (coulombs law ):- 1785ई.में जॉर्ज अगस्तरा ने यह नियम दिया | …
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